मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में राशनकार्ड से महिलाओं को भी शामिल की जाए : अयुब खान
मो० मुमताज
चंदवा। झारखंड सरकार की महत्वकांक्षी झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (एमएमएसवाई) राज्य की गरीब महिलाओं को कुछ आर्थिक मदद उपलब्ध कराए जाने की दिशा में बढा हुआ एक ठोस कदम है, माकपा के वरिष्ठ नेता अयुब खान ने एक प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा कि अबुआ आवास योजना और इसके बाद मुख्यमंत्री मंइंयां सम्मान योजना जिसमें झारखंड की गरीब महिलाओं को केंद्र में रखकर उन्हें राहत प्रदान करने के लिए लाया गया है इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बधाई दिया है। आगे उन्होंने कहा कि राशनकार्ड की बाध्यता के कारण मंइंया सम्मान योजना का लाभ राज्य की महिला आबादी के केवल आधे हिस्से को ही मिल पाएगा क्योंकि राज्य की महिला जनसंख्या में पचास प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं के पास राशनकार्ड नहीं है अथवा कोई कार्ड नहीं है, हजारों महिलाओं ने राशनकार्ड में अपना नाम जोड़ने या नया राशनकार्ड बनाने के लिए बहुत पहले ही आवेदन दिया है लेकिन अभी तक पारिवारिक राशन कार्ड में नाम जोड़ने या नया राशन कार्ड निर्गत करने का काम लंबित है। राशनकार्ड नहीं रहने या राशनकार्ड में नाम नहीं रहने के कारण हजारों गरीब महिलाएं इस योजना से वंचित रह जाएंगी।।
जबकि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि प्रत्येक जिले में कम से कम एक लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को आश्वासन दिया दिया था कि राशनकार्ड से वंचित महिलाओं को भी इस योजना के दायरे में लाने के लिए सरकार विचार कर रही हैं तबसे राशनकार्ड से वंचित परिवार की महिलाएं सरकार की आदेश का इंतजार कर रही हैं।
इसलिए अयुब खान ने हेमंत सरकार से मांग की है कि राशनकार्ड से वंचित महिलाओ को भी मंइंयां सम्मान योजना का लाभ दिए जाने का आदेश दिया जाए ताकि झारखंड की अधिकांश गरीब महिलाओं को इस योजना के दायरे में लाया जा सके।