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भूमि अधिग्रहण किए कई वर्ष बित गए, सीसीएल द्वारा नौकरी मुआवजा और न रोजगार दिया तो सड़क मे दर्जनों महिला पुरुष सड़क मे वाहनों से भीख लेकर परिवार को कर रहे हैं गुजारा

Darpannews.in. chiff..संजय राम

लातेहार /बारियातू। प्रखंड के सीसीएल प्रभावित क्षेत्र अमरवाडीह फूलबसिया के दर्जनों महिला पुरुष सुबह 4 बजे से 11 बजे दिन तक कोयला ढुलाई करने वाले वाहनों से भीख की तरह दस बीस रूपये मांगकर परिवार का भरण पोषण करने को बिवश हैं। ज़ब खबर मन्त्र संवाददाता संजय राम वहाँ पहुंचे तो सुबह-सुबह अलग नजारा देखने को मिला जो गहरा विडंबना की बात है। कोयला अनलॉड कर वापस आने वाले वाहनों को रोक कर फूलबसिया तीनमुहान, पीपल पेंड़ के पास, गोलीटांड व अमरवाडीह शिव मंदिर सहित कई जगहों पर झुंड मे महिला व वृद्ध पुरुष वाहन चालकों से पैसा ले रहे थे । वहीं उगनी देवी, अलोईया देवी, सोशीला देवी, बुधनी देवी बंधनी देवी, रतनी देवी, जागेश्वरी मसोमात सहित अन्य लोगों से ज़ब उपरोक्त सम्बन्ध मे जानकारी लेने पर बताया की सीसीएल यहां के लोगों को छलने का काम किया है। सीसीएल हमलोग के जमीन अधिग्रहण किया और सड़क बनाया। प्रतिदिन सैकड़ो वाहन चल रहा है। यहां रोजगार मिला न मुआवजा नौकरी तो क्या करें। एसटी जमीन को सीसीएल को पैकेज देने के बाद अभी तक मात्र लगभग 15 से 20 लोगों को ही नौकरी दिया गया है। उड़ते धूल से आसपास के जमीन पर रेत बैठ गया है। फसल उगना तो दूर पानी पीने लायक नहीं बचा है। सीसीएल हमलोगो को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। प्रतिदिन वाहनों से भीख मांगते हैं और परिवार का भरण पोषण करते हैं। स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जाता है बाहरी लोगों को रोजगार देकर काम करवाया जाता है। यहां बेरोजगारी चरम सीमा पर है। धूल डस्ट से यहां जीना मुश्किल हो गया है लेकिन अभी तक यहां के लोगों को घर जमीन देकर को विस्थापित नहीं किया है। नौकरी मुआवजा के लिए सत्यापित करने के लिए सभी विभागों मे मोटी रकम मांग किया जाता है जो देना संभव नहीं है। लम्बे समय से नौकरी मुआवजा के लिए इंतजार करते-करते अब सड़क मे कोयला ढुलाई वाले वाहनों से पैसा मांग कर गुजारा करना पड़ रहा है। लॉकल लोग नहीं देता है। जिसको इच्छा हुआ दिया,नहीं इच्छा हुआ नहीं दिया। किसी तरह गुजारा कर रहे हैं। कभी कभी पुलिस दौड़ा कर भगा देती है क्या करें।

नियमित पानी छिड़काव नहीं किया जाता है और न त्रिपाल ढक कर वाहन चलते हैं

कोयला ढुलाई के लिए सैकड़ो वाहन चलती है परन्तु त्रिपाल ढक कर नहीं चलती है जिससे दूर-दूर तक धूल कण उड़ता रहता है। दिन मे एक दो बार ही पानी छिड़काव किया जाता है जिससे और भी धूल से लोग त्रस्त रहते हैं जिससे कई गंभीर बीमारियों का संभवना बनी हुई है।

और अन्य भी जानकारी के लिए अमरवाडीह फूलबसिया पहुंचे

कई लोगों से मुलाक़ात हुई नाम नहीं छापने के शर्त पर कई ग्रामीणों ने बताया की यहां स्थानीय लोगों का वाहन कम मात्रा मे चलता है। बाहरी वाहन अधिक चलता है। बाहरी वाहन टैक्स चोरी करता है जिससे सरकार को भी चपत लग रहा है। यदि यहां जाँच किया जाय तो अधिक बिहार, यूपी, एपमी, उड़ीसा सहित अन्य राज्य के गाड़ियां काम करती दिखेगी ।

सीसीएल द्वारा ऑनलाइन टेंडर करवाया जाता है

जिसका लाभ सिर्फ बाहरी उठा रहे हैं। कई स्थानीय लोग सीसीएल द्वारा टेंडर की उम्मीद से पेपर बनाकर रखे हैं लेकिन इसका स्थानीय लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ है।

एशिया का सबसे बड़ा कोल माइंस मगध है

नौकरी मुआवजा और स्थानीय लोगों को रोजगार के लिए विस्थापित ग्रामीण सीसीएल को मदद किया। रोजगार सिर्फ बाहरी लोगों को मिला है अमरवाडीह फुलबसिया मे साइडिंग चलता तो शायद कुछ लोगों को रोजगार भी मिल सकता था। परन्तु स्थानीय लोगों को धूल फांक कर जीना पड़ रहा है।

उपरोक्त सम्बन्ध मे मगध के डिप्टी मैनेजर अभिषेक आनंद से पक्ष के लिए 8969587112 से दूरभाष पर संपर्क कर जानकारी लेने का प्रयास किए फोन लगा परन्तु फोन रिसीव नहीं किए

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