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(Darpannews.in. chif. Sanjay Ram)

गोनिया उप स्वास्थ्य केंद्र मे हैं तीन एएनएम तीनो मे चलता है आपसी विवाद, प्रसव कराने आई महिला तड़पती रही तीनो अपने मे गाली गलौज मे उलझी रही, महिला का हालत ज़ब हुआ खराब तो कर दिया गया रेफर,समय पर बेहतर उपचार नहीं होने से बच्चे की जन्म के पूर्व हो गई मौत, गर्वती महिला की बहुत मुश्किल से बचा पाये जान

लातेहार /बारियातू। प्रखंड अंतर्गत सिबला पंचायत के ग्राम मकरा निवासी रिंकी देवी को पति मोहन भुइयाँ ने गोनियाँ उप स्वास्थ्य केंद्र मे एक जून को प्रसव कराने के लिए सहिया के साथ ले गए। जहाँ एएनएम की आपसी विवाद के कारण जन्म लेने के पूर्व बच्चे की मृत्यु हो जाने का मामला प्रकाश मे आया है। घटना के सम्बन्ध मे जानकारी देते हुए पीड़ित रिंकी देवी पति मोहन भुइयाँ ने बताया की की एक जून को मेरे पत्नी रिंकी को प्रसव पीड़ा हुआ। स्थानीय सहिया को सूचना दिए। प्रसव कराने के लिए सहिया के साथ नजदीकी स्वास्थ्य उपकेंद्र गोनिया लेकर गए। जहाँ एएनएम रवि लक्ष्मी प्रसव पीड़ा महिला को नॉर्मल सलाइन लगाई थी और आश्वासन दी की चार घंटे के अंदर जच्चा बच्चा सुरक्षित देंगे। प्रसव के क्रम मे बाहर से मिडिशीन मंगवा कर दी। इसी बीच एएनएम रीता कुमारी भद्दी भदी गाली देते हुए हुए प्रसव पीड़ा महिला मे लगे सलाइन को छोड़ा कर हटा दी। ठीक इसके पश्चात एएनएम सरिता देवी आई और उसने कहने लगी की आज मेरा ड्यूटी है आप क्यों प्रसव करा रहे हैं। इसी बीच तीनो एएनएम के बीच विवाद होने लगा। तब मै और मेरे भाई चंद्र भुइयाँ बोले की प्रसव कराने छोड़कर क्यों गाली गलौज लड़ाई कर रहे हैं। इसी बीच हल्ला हुजत सुनकर प्रसव पीड़ा से तड़प रही रिंकी उठ गई। उसके बाद पत्नी को रक्त की बहाव और उल्टी होने लगी जिससे काफी शिर्यश स्थिति हो गई। शिर्यश देखकर घंटो हाइवोल्टेज ड्रामा के बाद बालूमाथ रेफर कर दिया गया। महिला इतना तड़प रही थी की देखकर किसी पत्थर दिल को भी रहम आ जाता। तड़प देखकर आनन फानन मे प्राइवेट हॉस्पिटल बगरा ले गए। गंभीर हालत देखकर एडमिट लेने से इंकार कर दिया। उसके पश्चात् शेख भिखारी हॉस्पिटल हज़ारीबाग ले गए वहाँ भी रिम्स रेफर कर दिया। घंटो घंटा हालत बिगड़ता जा रहा था जिसके कारण नव जीवन नर्सिंग होम हजारीबाग मे एडमिट करवाए तो जाँच के बाद पता चला की बच्चेदानी फट गया है और पेट मे ही बच्चा की मृत्यु हो गई है। रक्तश्राव के कारण होमोग्लोबिन कम हो गया और इन्फेक्शन के कारण माँ को भी जान जा सकता है। काफी मसक़्क़त के बाद माँ की जान बचाया गया। एएएनएम के बिवाद मे बच्चे की जान चला गया और पड़ित ने कर्ज महाजन कर एक लाख रूपये खर्च रिंकी को जान बचा पाये है।

कई एएनएम को स्थानांरित के बाद भी एक ही स्थान पर जमे हुए हैं

शल्य चिकित्सा सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी की स्थानातंरित के बाद भी निर्देश को ताक पर रखकर एक ही जगह पर एएनएम जमे हुए हैं। पत्रांक 61दिनांक 27/02/2025 एएनएन रीना कुमारी को बालूमाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से भागेया भेजा गया है लेकिन बालूमाथ मे ही जमे हुए हैं। रीता कुमारी को स्वास्थ्य उपकेंद्र गोनिया से स्वास्थ्य उपकेंद्र इचाक, सरिता कुमारी को गोनिया से मासियातू,संजू कुमारी को फूलसु से गोनिया स्थानांतरण किया गया है लेकिन सभी पूर्व के ही केंद्र मे निर्देश को ताक पर रखते हुए जमे हुए हैं। इसके पूर्व भी बालूमाथ रीना कुमारी कई बार आरोप लगने के बाद स्थानांतरण के चिट्ठी निकाली गई लेकिन स्थानांतरण चिट्ठी मे ही सिमट कर रह गई। जिसका प्रभाव अन्य एएनएम भी स्थानांतरित के बावजूद भी निर्देश को ताक पर रखकर जमे है जिसका मनमानी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है जिससे कई सवाल खड़ा होना लाजमी है। पीड़ित ने उपायुक्त से दोषी एएनएम पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।

उक्त सम्बन्ध मे एएनम रवि लक्ष्मी से बात किए जाने पर बताया की मेरा ड्यूटी नहीं था लेकिन हम नॉर्मल सलाइन लगाकर प्रसव के लिए प्रयास कर रहे थे। वहीं रीता कुमारी ने बताया की रवि लक्ष्मी ड्यूटी भी नहीं था जल्दी प्रसव कराने के चक्कर मे बाहर से दवा मंगाकर मांस वाला इंजेक्शन नस मे दे दी जिसके कारण प्रसव पीड़ा महिला का हालत खराब हो गया। सरिता कुमारी ने कहा की मेरा ड्यूटी था लेकिन ड्राइवरी रूम मे रवि लक्ष्मी  गाली गलौज करते हुए मुझे घुसने नहीं दी। मेरा ड्यूटी था जिसके कारण मरीज का हालत देखते हुए हम बालूमाथ रेफर कर दिए। सीएचसी प्रभारी प्रकाश बड़ाइक से बात किए जाने पर बताया की एक जून को छुट्टी मे थे मामला जानकारी मे नहीं था। वैसा बात होगा तो कार्रवाई किया जायेगा।

बालूमाथ सीचसी क्षेत्र मे कई स्वास्थ्य उपकेंद्र है लेकिन गोनिया मे तीन ANM कार्यरत है आखिर क्यों?

बालूभाँग सबसे सुदूरवर्ती अंतिम छोर का पंचायत है जहाँ मात्र एक ANM कार्यरत है जबकि बालूभाँग से सीचसी की दुरी लगभग 25 किमी है। वहीं मनातू,मकरा, इचाक मकईयाटांड व मासियतु मे एक-एक ANM कार्यरत हैं। गोनिया स्वास्थ्य उपकेंद्र मे प्रेमलता कुमारी को स्थानांतरण के बाद सरिता कुमारी को पदास्थापित किया गया था। उसके बाद रीता कुमारी को भी गोनिया सेंटर दिया दिया गया हालांकि ANM रीता कुमारी को कुछ दिन पूर्व गोनिया से हटाया गया था। पैरवी से दुबारा पुनः गोनिया मे ही सेंटर दिया गया। दो एएनएम कार्यरत थी लेकिन इसी बीच रवि लक्ष्मी को भी गोनिया सेंटर ही पैरवी लगाकर पोस्टिंग करवा ली। इसके बाद लगातार तीनो मे काफी बिवाद चल रहा है। 

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