महुआडांड़-लोध फॉल मुख्य पथ की मरम्मत पर उठाए गए सवाल
सहजाद आलम /महुआडांड़
महुआडांड़ पथ निर्माण विभाग द्वारा कराए गए महुआडांड़–लोध फॉल मुख्य पथ की मरम्मत का काम महज एक महीने के भीतर ही उखड़ने लगा है, जिससे स्थानीय नागरिकों में गुस्सा और निराशा फैल गई है। नागरिकों का आरोप है कि मरमती के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है और सड़कों की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया है।
यह सड़क प्रखंड की एक महत्वपूर्ण सड़क है जिससे प्रतिदिन हजारों पर्यटकों का लोध फॉल आगमन होता है। इस काम के लिए पथ निर्माण विभाग द्वारा तीस लाख रुपये का आवंटित किया गया था। हालांकि, काम पूरा होने के कुछ ही हफ्तों बाद सड़कों पर गड्ढे दिखने लगे और कई जगहों पर डामरी उखड़ गई।
स्थानीय निवासी सह लोध इको विकास समिति के सुशील नगेशिया ने बताया कि “यह साफ तौर पर दिख रहा है कि सड़क की मरम्मत में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। यह लोध फॉल तक पर्यटकों को पहुंचाने वाली महत्वपूर्ण सड़क है, लेकिन प्रशासन चुप है। यह सरकारी पैसे की बर्बादी है। जनता के पैसे का इस तरह दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
जब इस मामले पर पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता विजय बाखला से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा कि वे स्थिति की जांच कर रहे हैं। अगर काम में लापरवाही पाई जाती है, तो संवेदक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, नागरिकों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।