लातेहार /हेरहंज थाना क्षेत्र के नवादा स्थित अंबवाटोली ग्राम निवासी स्व सुधीर उरांव के 10 वर्षीय पुत्र प्रेम कुमार का शव को चौथे दिन प्रशासन, प्रतिनिधि व ग्रामीणों के जदोजहाद के बाद NDRF के टीम शव खोजने मे सफलता हासिल कर ली. 10 वर्षीय प्रेम कुमार फ़र्क़ली माइंस के बने हुए गड्ढे में नहाने के लिए गया था. नहाने के दौरान वह शुक्रवार को ही डूब गया था.डूबने से उसकी मौत हो गई थी. मौत होने के बाद ग्रामीणों के सहयोग से मृत का शव को खोजने के लिए काफी प्रयास किया गया परंतु सफलता हासिल नहीं हो पाया. एनडीआरएफ का टीम को बुलवाया.

शव को खोजने के लिए चौपारण से गोताखोरों की (एनडीआरएफ की टीम) बुलायी गयी है, जो ट्यूब के सहारे लगातार खोजबीन कर रही है। लेकिन शव खोजने मे लगातार दो दिनों तक विफल रहे. लेकिन सोमवार को शव बरामद करने में एनडीआरएफ की टीम सफलता हासिल कर ही ली. आपको बता दें कि शुक्रवार को अंबवाटोली से सटे पुरानी फायरक्ले माइंस खदान के तालाबनुमा गड्ढे के गहरे पानी में नहाने के दौरान प्रेम कुमार की डूबने से मौत हो गयी थी। लेकिन शव को गहरे पानी से बाहर निकालने के लिए आसपास के ग्रामीणों ने काफी प्रयास किया था. शुक्रवार को भी कई ग्रामीणों ने ट्यूब के सहारे खोजबीन की लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। गोताखोर टीम के मो आलम, गुड्डू मस्तान ने विधायक बैजनाथ राम और एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम को बताया कि हम लोगों ने कई बार चतरा डीसी व एसपी के अलावे कई नेताओं और मंत्रियों से भी आवेदन देकर ऑक्सीजन की मांग की थी. प्रशासन के तत्काल मदद से शव को खोजने की व्यवस्था की गई.

ऑक्सीजन के बिना ग्रामीण शव को खोजने में असफल हुए. अधिकतम 15 फीट की गहरायी तक अंदर जा सकते हैं। जबकि इस तालाबनुमा गड्ढे की गहरायी 30 फीट से अधिक था जिसके कारण गोताखोर को टीमों को बुलाकर लगातार खोजबीन करवाया जा रहा था. एनडीआरएफ की टीम शनिवार की दोपहर करीब ढाई बजे घटना स्थल अंबवाटोली एक नंबर पुरानी खदान पहुंची। जहां ऑक्सीजन के सहारे काफी खोजबीन की गयी लेकिन शाम छह बजे के बाद तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। एनडीआरएफ की टीम जनप्रतिनिधि व स्थानीय प्रशासन लगातार शव को खोजने में प्रयास जारी रखी जिसे सफलता सोमवार सुबह मिल गया. शव मिलने के बाद परिजनों में रोकर बुरा हाल हो गया है साथ ही आसपास के ग्रामीणों में मातम छाया हुआ है। लातेहार विधायक बैजनाथ राम, एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम, प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी प्रदीप कुमार दास, थाना प्रभारी विक्रम कुमार, उप प्रमुख विजय उरांव, मुखिया प्रीति कुजूर समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण सुबह से ही गोताखोरों के साथ घटना स्थल पर मौजूद रहे सभी प्रशासन जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों के सहयोग से आखिरकार में सोमवार को शव को बरामद कर ही ली गई.