झारखंड आंदोलनकारी की हुई बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय
अकरम अंसारी /बारवाडीह
बरवाडीह (लातेहार) : झारखंड आंदोलनकारी की हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जहां बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय में दिनांक 17/06/2024 दिन सोमवार को चिन्हित झारखंड आंदोलनकारी मुरलीधर प्रसाद के आवास पर झारखंड आंदोलनकारी साथियों का बैठक आयोजित किया गया ।जिसकी अध्यक्षता चिन्हित झारखंड आंदोलनकारी मुरलीधर प्रसाद ने किया एवं सर्वसम्मति से निम्नलिखित प्रस्ताव पास किया गया। प्रस्ताव संख्या 1, सभी झारखंड आंदोलनकारी को मान-सम्मान नियोजन पेंशन एवं सभी सभी आंदोलनकारी को ₹25000 पेंशन राज सरकार लागू करें। प्रस्ताव संख्या 2, लातेहार जिला में दो पावर प्लांट जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार के गलत नीति के कारण बंद पड़ा है तथा नो कॉल ब्लॉक कंपनी लातेहार जिला में आवंटित किया गया मगर कंपनियों के द्वारा यहां के नौजवानों को रोजगार नहीं देकर बाहर के लोगों को रोजगार दे रहा है इसका विरोध झारखंड आंदोलनकारी कड़ा विरोध करती है तथा आने वाले समय में झारखंड आंदोलनकारी यहां के नौजवानों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन करेगी प्रस्ताव संख्या 3, बरवाडीह प्रखंड में मंडल डैम का न्यू 1971 में रखा गया था जो अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है इसके लिए झारखंड आंदोलनकारी आंदोलन किया गया एवं दिव्या खान न 75 को जाम किया गया था भारत सरकार के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 2019 में ऑनलाइन उद्घाटन करने के बावजूद भी अभी तक कार्य चालू नहीं किया गया इसके लेकर भी झारखंड आंदोलनकारी एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा प्रस्ताव संख्या 4, बरवाडी पाठ का निर्माण 1971 में किया गया था 1985 के बाद इस पद की मरम्तिक सरकार के द्वारा नहीं किया गया जिस कारण रोड का हालात जर्जर स्थिति में हो गया है झारखंड सरकार 2 माह के अंदर इस पद के निर्माण कार्य के लिए निविदा नहीं निकलेगी तो झारखंड आंदोलनकारी न 75 दुबिया खाड मोड जाम करेगी इसकी सारी जवाब दे ही झारखंड सरकार पर होगी प्रस्ताव संख्या 5, केंद्र सरकार झारखंड में पैसा कानून लागू करो इसको लेकर भी झारखंड आंदोलनकारी आंदोलन करेगी । इस बैठक में चिन्हित झारखंड आंदोलनकारी मुरलीधर प्रसाद ,मदनलाल ,विजय सिंह, धुरविगन सिंह, रामनरेश सिंह, अली हुसैन, विजय गुड़िया, ईश्वरी सिंह ,मुनेश्वर सिंह, बब्बन सिंह उपेंद्र सिंह देवमणिया कुंवर, बतासिया कुंवर, मैत्री देवी, फुल कुमार, परीक्षण सिंह, नानहू सिंह, अशोक सिंह आदि दर्जनों झारखंड आंदोलनकारी उपस्थित थे।