आदिवासी सिरासीता नाले ककड़ोलता धरोहर स्थल से हुई मानव की उत्पत्ति :- कमलेश उराँव
अकरम अंसारी /बारवाडीह
बरवाडीह (लातेहार) : गुमला डुमरी प्रखंड में सिरासीता नाले ककड़ोलता है,यह एक हजार फीट से अधिक ऊंचे जंगल पहाड़ों पर स्थित है।दुगिला सरना समिति सदस्य श्री कमलेश उराँव ने बताया कि की उत्पत्ति स्थल माना जाता है,आदिवासी समाज की धरोहर धार्मिक स्थल आस्था व विश्वास सिरासीता नाले से जुड़ी हुई है,यहां प्रत्येक वर्ष के जेठ पूर्णिमा महीना को सामूहिक धार्मिक पूजा अर्चना सह मेला का आयोजन किया जाता है,जहां बिहार, छत्तीसगढ़,असम,बंगाल,मध्य प्रदेश, ओड़िशा के अलावा झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों से 20 हजार से अधिक आदिवासी शामिल होते हैं, सिरासीता नाले के ककड़ोलता धरोहर धार्मिक स्थल से जुड़ी आदिवासी समाज की जब-जब पृथ्वी पर अधर्म व पाप बढ़ा है,तब-तब पृथ्वी पर प्रलय हुआ है,उसी स्थल (सिरा-सिता नाले) ककड़ोलता से मानव की उत्पत्ति हुई है,यह किस्सा ककड़ोलता से इस प्रकार जुड़ा है कि जब पृथ्वी पर पाप भर गया और धर्म का नाश होने लगा।