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महुआडांड़ अनिश्चितकालीन बंद एवं धरना-प्रदर्शन के दूसरे दिन पहुंचे बिजली विभाग व पेयजल विभाग के अधिकारी

40 घंटे लगातार दिन एवं रात्रि में धरना स्थल पर डटे रहे प्रदर्शनकारी

मो0 सहजाद आलम /महुआडांड़

महुआडांड़ में पानी एवं बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर युवा नेता अजीत पाल कुजूर के नेतृत्व में प्रखंड वासियों द्वारा अनिश्चितकालीन बंदी एवं धरना प्रदर्शन किया गया था। जो कि 40 घंटे बाद दूसरे दिन अधिकारियों के लिखित आश्वासन पर वापस लिया गया। जिसके बाद प्रखंड के सभी जगहों से बैरिकेडिंग हटाते हुए‌ आवागमन सुचारू रूप से चालू कर दी गई। लोगों के द्वारा अपनी अपनी दुकान प्रतिष्ठान खोले गए।

बिजली एवं पानी की समस्या को लेकर 40 घंटे तक लगातार महुआडांड़ पूर्ण रूप से बंद रहा। वहीं दूसरे दिन जब बिजली विभाग व पेयजल विभाग के अधिकारी महुआडांड़ स्थित धरना स्थल पर पहुंचे और प्रदर्शन कार्यों के समक्ष लिखित आवेदन दिया कि एक माह के अंदर सभी जगह पर बिजली पोल खम्बो एवं तार की मरम्मती कार्य पूर्ण कर ली जाएगी और 10 दिन के अंदर बिजली व्यवस्था सुदृढ़ करते हुए प्रतिदिन 22 घंटे बिजली प्रखंड क्षेत्र में सुचारू रूप से दिया जाएगा। वहीं पेयजल विभाग के एई दीपक कुमार भी धरना स्थल पर पहुंचे। जहां उन्हें ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। पेयजल समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने बारी-बारी से अधिकारी से सवाल किये।ग्रामीणों ने कहा की लोध जलापूर्ति योजना के तहत किए गए कार्य में काफी अनियमितता बरती गई है,इन कार्यों की जांच होनी चाहिए क्योंकि निर्माण के इतने दिन बाद भी एक भी बूंद पानी का ग्रामीणों को नहीं मिल पाया है। जैसे ही पानी सप्लाई चालू किया जाता है कई जगहों पर पानी लीकेज कर बहने लगता है। जिस पर पेयजल विभाग के एई के द्वारा लिखित आश्वासन देते हुए जल्द ही लीकेज की समस्या को दूर करते हुए 15 दिनों के अंदर पानी सप्लाई चालू करने की बात कही गई। वहीं ग्रामीणों ने महुआडांड़ प्रखण्ड क्षेत्र में नल जल योजना के तहत लगाए गए जितने जलमिनार में अनियमित बरते जाने की बात कही और इस पर जांच की मांग भी की।धरना प्रदर्शन एवं चक्का जाम के पहले दिन सभी स्थानीय राजनीतिक दल के नेता ग्रामीण दुकानदार धरना-प्रदर्शन में टडे रहें।दुसरे दिन भी यही स्थिति बनी रही।इस बात की जानकारी मिलने के बाद पूर्व विधायक हरि कृष्णा सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी धरना स्थल पर पहुंचे।इस धरना प्रदर्शन व बंदी को सफल बनाने में सभी राजनीतिक दल के नेता ग्रामीण दुकानदार सभी लोगों का काफी सराहनीय योगदान रहा है।अब आगे देखना है कि विभाग लिखित आश्वासन के बाद क्या करती है। महुआडांड़ के लोगों का समस्याओं का समाधान हो पाता है या नहीं।

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