अनुसूचित जाति बालक छात्रावास पर हमला: प्रशासन की चुप्पी गंभीर चिंता का विषय:रमेश उरांव
संतोष कुमार /लातेहार
लातेहार:मनिका प्रखंड स्थित अनुसूचित जाति बालक छात्रावास में 22 दिसंबर को असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए हमले ने छात्रों में भय का माहौल बना दिया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रमेश उरांव और प्रदेश कार्यकारी सदस्य कमलेश उरांव ने छात्रावास का दौरा कर छात्रों से बातचीत की। छात्रों ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने जान से मारने और छात्रावास उड़ाने की धमकी दी, साथ ही गाली-गलौज कर छात्रों को डराने का प्रयास किया।
छात्रों ने बताया कि स्थानीय थाना मनिका को सूचना देने के बावजूद पुलिस समय पर नहीं पहुंची। जब इस देरी का कारण पूछा गया तो पुलिस ने गाड़ी और ड्राइवर की अनुपलब्धता का हवाला दिया। छात्रावास में सुरक्षा के लिए बाउंड्री, नाइट गार्ड, और रसोइया जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जिससे छात्र डर और असुरक्षा के माहौल में रहने को मजबूर हैं।रमेश उरांव ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि प्रशासन की उदासीनता और छात्रों को धमकी देना न केवल कानून व्यवस्था की कमजोरी को दर्शाता है, बल्कि यह प्रशासन की संवेदनहीनता का परिचायक भी है। उन्होंने कहा कि गरीब और सुदूरवर्ती इलाकों के छात्र यहां पढ़ाई करने आते हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।अभाविप के प्रतिनिधियों ने संबंधित विभागों और डीएसपी से बात कर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रावास की स्थिति में सुधार के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए ताकि छात्र भयमुक्त होकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।