सहजाद आलम /महुआडांड़
ग्रामीण सागर यादव, पिता झरी यादव का कच्चा मकान भारी बारिश के कारण धराशायी हो गया। इस हादसे में घर के अंदर बंधी उनकी लगभग 35 बकरियों में से 8 बकरियों की दबकर मौत हो गई। मकान गिरने की घटना देर रात हुई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों की मदद से मलबे से दो बकरियों को मृत अवस्था में बाहर निकाला गया, जबकि शेष बकरियाँ मलबे में दबी रहीं। खबर लिखे जाने तक मलबा पूरी तरह हटाया नहीं जा सका था।पीड़ित सागर यादव ने बताया कि यह बकरियाँ ही उनके परिवार की आजीविका का मुख्य साधन थीं। उन्होंने प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग से शीघ्र मुआवजा देने की मांग की है, ताकि वे दोबारा अपने पैरों पर खड़े हो सकें।
ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में लगातार बारिश से कई कच्चे मकानों को खतरा बना हुआ है, ऐसे में प्रशासन को तत्काल सर्वे कराकर राहत कार्य शुरू करना चाहिए।