विधायक रामचंद्र सिंह ने बकरीद त्यौहार के मौके पर लोगों को दी बधाई
अकरम अंसारी/बारवाडीह
लातेहार बरवाडीह(लातेहार): ईद उल अजहा (बकरीद) के मुबारक मौके पर शनिवार को बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न अलग-अलग जगहों पर धूम-धाम व हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनाई गई। वहीं प्रखंड क्षेत्र के बरवाडीह ,अहिरपुरवा, छेचा,सरईडीह, इस्लामपुर ,पोखरी कलां, पोखरी खुर्द,बेतला, चुंगरू , कुचिला ,हरातू आदि ईदगाहों में मस्जिद के इमाम के द्वारा ईद उल अजहा की नमाज़ पढ़ाई गई।बरवाडीह प्रखंड क्षेत्र में बकरीद का त्योहार पारम्परिक और हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर मुस्लिम धर्मावलंबियों ने अपने आसपास के नजदीकी ईदगाहों एवं मस्जिदों में बकरीद की नमाज अदा की और एक दूसरे से गले मिलकर मुबारक बाद दी । वही क्षेत्रीय उत्कृष्ट विधायक रामचंद्र सिंह ने मस्जिदों में पहुंचकर मुस्लिम समुदाय के लोगों से गले मिले और बधाई दी, उन्होंने कहां कि बकरीद का त्यौहार क्षेत्र में अमन चैन ,शांति का प्रतिक है। बकरीद त्यौहार को शांति पूर्ण मनाने की संदेश दी।
बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय स्थित जामा मस्जिद में नमाज अदा की गई । नमाज अदा के दौरान लोगों ने खुशहाली व अमन चैन की दुआ मांगी । वही प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न अलग-अलग स्थानों पर बकरीद का त्यौहार शांति पूर्ण सम्पन्न हुआ। सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी मस्जिदों पर पुलिस बल के साथ एक मजिस्ट्रेट और पुलिस बल के जवान नियुक्त किए गए थे। सभी जगहों पर पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी। सरईडीह मस्जिदें अजीजिया के इमाम अब्दुल मन्नान जौहर ने कहां कि समर्पण का प्रतीक ईद उल अजहा (बकरीद)का पर्व धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान स्थानीय मस्जिदों में बकरीद की नमाज तय समय पर अदा की
गई। बाद में सभी मुस्लिम धर्मावलंबी अपने घरों में परंपरागत तरीके से कुबार्नी का रस्म अदा की गई। जौहर ने कहां कि इस्लाम के सभी अनुयायियों के लिए बकरीद संपूर्ण समर्पण का त्योहार है। इस्लामिक ग्रंथों में बकरीद का खास महत्व है। इस दिन नमाज अदा कर कुबार्नी देने वालों का सभी गुनाह खुदा माफ कर देते हैं तथा उनकी रोजी-रोटी में बरकत होती है। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने अपने नजदीकी ईदगाहों में नमाज़ अदा करने के बाद में एक दुसरे से गले मिलकर ईद उल अजहा (बकरीद) की मुबारक दी। लोगों ने नमाज़ बाद अपने- अपने घरों में सिरनी, पानी का एहतेराम कर अपने परिवार के लोगों और रिश्तेदारों के साथ खुशियां मनाया।