![]()
![]()
महुआडांड के ग्राम सोहर पाठ में सर्वधर्म सर्वजातीय निशुल्क सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन 11 जोड़ों की कराई गई विवाह
सहजाद आलम /महुआडांड
बाबु दिनेश सिंह विश्वविद्यालय फरठिया गढ़वा के बैनर तले सोमवार को महुआडांड प्रखंड स्थित सोहरपाठ में परम पूज्य अघोरेश्वर अवधूत भगवान राम सर्वधर्म सर्वजातीय निशुल्क सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन बाबु दिनेश सिंह विश्वविद्यालय फरठिया गढ़वा के बैनर तले किया गया।इस दौरान 11 जोड़ों की शादी कराई गई। परमपूज्य औघड़ प्रियदर्शी राम जी के सानिध्य व प्रेरणा परमार्थ आश्रम के संस्थापक श्रद्धेय भैया जी की प्रेरणा से आयोजित इस सामूहिक विवाह समारोह में 11 अभावग्रस्त बेटियों की शादी कराई गई।
समारोह का शुभारंभ सुबह 7:00 बजे भगवान अवधूत राम की पूजन-अर्चन के साथ हुआ। इसके बाद 11 वर-वधु जोड़े अपने परिजनों के साथ विवाह स्थल पर पहुंचे। डीजे की धुन पर बारातियों ने पारंपरिक उत्सव मनाते हुए द्वारपूजा की रस्म निभाई। फिर श्रृंगार कक्ष में वधुओं को पारंपरिक वेशभूषा में सजाया गया और निर्धारित स्थानों पर ले जाकर वैदिक मंत्रोच्चार और विधिवत संस्कारों के साथ विवाह संपन्न कराया गया।
विवाह में फल हस्त, पाणिग्रहण, सप्त वचन और सिंदूरदान समेत सभी वैवाहिक रीतियों को वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूरी श्रद्धा से निभाया गया।
मौके पर सामूहिक विवाह समिति के रंजीत सिंह ने कहा कि इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में आए दिन धर्मांतरण के मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे में यहां की आदिवासी परंपरा एवं संस्कृति को अक्षुन्न बनाए रखने में धर्मांतरण पर रोक व दहेज मुक्त समाज के लिए इस प्रकार के आयोजन जरूरी हैं। उन्होंने सभी जोड़ों को खुशहाल दांपत्य जीवन का आशीर्वाद देते हुए नवविवाहित जोड़ो से कहा कि आप अपने दंपत्ति जीवन में तभी सुखी रहेंगे और आगे बढ़ेंगे, जब आपका बात, व्यवहार, रहन-सहन सुसंस्कृत रहेगा और आपका संस्कार सुसंस्कृत तब बनेगा जब आप अपने आस-पड़ोस, माता-पिता, सगे-संबंधी, नात- रिश्तेदार सबका इज्जत करेंगे। उन्होने कहा कि आज से ये बेटियां हमारी हैं। अब पैसे के अभाव में किसी भी बहन-बेटी की शादी नहीं रुकेगी। प्रेरणा परमार्थ आश्रम ऐसे आयोजनों के माध्यम से जरूरतमंद बेटियों का विवाह कराता रहेगा।
वरिष्ठ परमार्थी प्रकाश सिंह ने भी आश्वस्त किया कि हर साल ऐसी बेटियों का चयन कर उनकी शादी की पूरी जिम्मेदारी आश्रम उठाएगा।
*शादी के बाद दिया गया गृहस्थी का पूरा सामान।*
नवविवाहित 11 जोड़ों को गृहस्थ जीवन की शुरुआत के लिए करीब ₹1 लाख की उपयोगी उपहार सामग्री भेंट स्वरूप दी गई। इनमें पलंग, गद्दा, बर्तन सेट (115 आइटम्स), साइकिल, पंखा, कपड़े, जूते, घड़ियाँ, ट्रंक, वैनिटी बॉक्स, टेबल-कुर्सी, साड़ी, शर्ट-पैंट इत्यादि शामिल हैं। विदाई के समय सभी जोड़ों को लड्डू और गाजा भी भेंट स्वरूप दिया गया।
*अब तक कुल 55 बेटियों का हुआ विवाह*
इससे पूर्व चार सामूहिक विवाह आयोजनों में 44 बेटियों की शादी कराई जा चुकी है। इस आयोजन के साथ यह संख्या अब 55 हो गई है। सभी बेटियां आज सुखी दांपत्य जीवन जी रही हैं।
समारोह के पूर्व संध्या पर रविवार को आदिवासी परंपरा अनुसार पारंपारिक नृत्य-संगीत प्रदर्शन किया गया। जिसमें एक से बढ़कर सामूहिक आदिवासी लोकनृत्य की प्रस्तुति आदिवासी लड़कियों/महिलाओं द्वारा दी गई। सबों ने उनकी प्रस्तुति का सराहना की व बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को मेडल, शिल्ड व नगद पुरस्कार राशि प्रदान कर सम्मानित एवं प्रोत्साहित किया गया।
समारोह को सफल बनाने में इनका रहा सराहनीय योगदान
इस पुनीत आयोजन में रंजीत सिंह, रंधीर सिंह, धीरज कुमार सिंह, कृपा शंकर सिंह, मनोज कुमार सिंह, मिस्टर सिंह, अजीत दीक्षित, पप्पू सिंह, धर्मेंद्र चौधरी, रामप्रवेश सिंह समेत प्रेरणा परमार्थ आश्रम के अन्य परमार्थियों ने अहम भूमिका निभाई। साथ ही महुआडांड़ के जिप सदस्य इस्तेला नगेसिया, वनवासी कल्याण केन्द्र के जिलाध्यक्ष अजय उरांव आदि गणमान्य व्थक्तियों ने सराहनीय भूमिका निभाई।