क्रैश बैरियर लगाने में संवेदक के द्वारा बरती जा रही है लापरवाही
सहजाद आलम /महुआडांड़
प्रखंड के लोध फॉल रोड पर सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से पथ निर्माण विभाग द्वारा 25 लाख रुपये की लागत से 5वें, 11वें और 12वें किलोमीटर पर क्रैश बैरियर लगाने का कार्य शुरू किया गया है। यह कदम सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और वाहनों को खड़ी ढलानों व तीखे मोड़ों पर पलटने से बचाने के लिए उठाया गया है। हालांकि, इस परियोजना के क्रियान्वयन में गंभीर लापरवाही और अनियमितताएं देखी जा रही हैं, जिससे सड़क सुरक्षा के उद्देश्य को खतरा पैदा हो गया है। संवेदक (ठेकेदार) द्वारा विभाग के तय मानकों को नजरअंदाज करते हुए घटिया क्वालिटी के मेटल का उपयोग किया जा रहा है। यह सामग्री दुर्घटनाओं के समय वाहनों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल हो सकती है, जिससे जान-माल का नुकसान होने की आशंका बढ़ जाती है। क्रैश बैरियर लगाने के लिए मात्र 1 फीट गहरा गड्ढा खोदकर बीम लगाई जा रही है, जो सुरक्षा मानकों के अनुरूप नहीं है। यह प्रक्रिया बैरियर की स्थिरता और प्रभावशीलता को कम करती है। कार्यस्थल पर विभागीय अधिकारियों या कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण संवेदक मनमाने तरीके से काम कर रहा है। इससे कार्य की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर सवाल उठ रहे हैं। क्रैश बैरियर का उद्देश्य दुर्घटनाओं को रोकना है, लेकिन इस तरह की लापरवाही से दुर्घटनाओं की संभावना और बढ़ सकती है। खासकर, खड़ी ढलानों और तीखे मोड़ों पर यह समस्या गंभीर हो सकती है।
पथ निर्माण सहायक अभियंता विजय बाखला ने इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए कहा कि संबंधित संवेदक के खिलाफ जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि कार्य की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।