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बारियातू के नाचना मे बाबा साहब डॉ भीम राव का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया

लातेहार /बारियातू। प्रखंड के सरना भवन परिसर मे 6 दिसंबर शुक्रवार को पूर्व मुखिया प्रमोद उरांव की अध्यक्षता मे भारत के संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीम राव की 69 वीं महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया।

परिनिर्वाण दिवस के मौके पर उपस्थित उप प्रमुख निशा शाहदेव, पूर्व मुखिया प्रमोद उरांव,वीरेंद्र पासवान, योगेंद्र गंझु, प्रेम गंझु, राजू रामवृक्ष लोहरा, अनुज उरांव,अजय कुमार राम, मनोज राम, राजेश राम, लाल आशीष नाथ शाहदेव ने उनके चित्र के समक्ष द्वीप प्रज्जलित व पुष्प अर्पित कर किया।

कार्यक्रम मे पूर्व मुखिया उरांव ने बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा की हमारे देश का लिखा हुआ दुनिया का सबसे लंबा संविधान है। सबसे पहले हम आपको बता दें कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समाज में हो रही भेदभाव और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हुए लम्बे संघर्ष किया।जिसका नतीजा यह हुआ कि आखिरकार दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान उनकी अध्यक्षता में तैयार किया गया। उन्होंने स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा के महत्व को समझाया है।

साथ ही सभी वर्गों के महिलाओं को आजादी दिलाई है। दलित और गरीब परिवार में जन्म लेने के कारण उन्हें बचपन से ही बहुत सारी यातनाएं और मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. लेकिन वह अपने इरादे में मजबूत थे। इसलिए उन्होंने कभी हार नहीं मानी और सच्चाई, ईमानदारी के साथ इतिहास को रच डाला । वहीं राजू रामवृक्ष लोहरा ने कहा की ज़ब तक समता और समानता नहीं होता तब तक बाबा साहेब का सपना अधूरा है ।

उनका यह सपना था कि भारत में हर इंसान को एक समान अधिकार मिले, जिसे उन्होंने सफल कर दिखाया लेकिन अभी भी संविधान के आधार पर लोग वंचित है । वीरेंद्र पासवान व योगेंद्र गंझु ने कहा की महापरिनिर्वाण दिवस का महत्व इस दिन महापरिनिर्वाण दिवस क्यों मनाया जाता है। जिसका बड़ा कारण यह है कि उन्होंने साल 1956 में बाबा साहेब ने बौद्ध धर्म अपना लिया था।

इस धर्म में महापरिनिर्वाण शब्द का अर्थ है, मृत्यु के बाद मुक्ति” यह शब्द मुक्ति का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बाबा के अनुयायी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित होते हैं। अनुज उरांव ने कहा की सभी को संविधान की पुस्तक को अध्ययन करने की आवश्यकता है। हर घर मे संविधान की पुस्तक हो और अपने बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करें.
वहीं प्रेम गंझु के अलावे कई उपस्थित लोगों ने भी अपना अपना बात रखा जिसमे कहा की हमलोग सरकार से मांग करते है की हर विद्यालय मे संविधान को भी पढ़ाया जाय संविधान पढ़ाने से काफी हद तक परिवर्तन हो सकता है । मौके पर प्रखंड सुनील कुमार, अरुण कुमार, पूरन राम, मंदीप कुमार,उमेश लोहरा,दीपक लोहरा सहित कई लोग उपस्थित थे।

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