यह कैसा शिक्षक जो स्कूली नाबालिक बच्चों से चोरी करवाता है।
मुखिया ने शिक्षा विभाग से जांच कर कार्रवाई करने का मांग की।
लातेहार। प्रखंड से लेकर जिला के छोटे कर्मी से लेकर बड़े अधिकारी चुनाव की तैयारी में दिन-रात मेहनत करते देखे जा रहे हैं।दूसरी ओर बालूमाथ प्रखंड मुख्यालय स्थित बुनियादी विद्यालय के हेड मास्टर सरजू साव मंगलवार को स्कूल आवर पर विद्यालय के नाबालिक बच्चों से लोहे का सरिया चोरी कर घर ले जाते देखे जा रहे हैं। विद्यालय के पास स्थित 10 –12 घर के ग्रामीणों ने बतलाया कि मास्टर का यह बहुत पुराना रवैया रहा है. पहले भी यह विद्यालय से जरूरी के कई सामान रात के अंधेरे में या दिन के उजाले में बच्चों और स्वयं घर ले जाते देखे गए हैं.यह वही सरिया है जो विद्यालय में हुए विकास योजना के निर्माण में बच गया था जिसे हेड मास्टर ने बचे सरिया को घर ले जाना जरूरी समझा। सरकारी सामान घर ले जाना कानूनन अपराध है। और नाबालिक बच्चा से काम करना भी ।और यह अपराध मास्टर लुका छुपी कर हमेशा करते आ रहे हैं। जब मास्टर का यह करतूत कैमरे में रिकॉर्ड होने लगा तो मास्टर ने अपने घर के अंदर सरिया करवाना छोड़ घर के दरवाजे में ही विद्यार्थियों से सरिया रख जाने को कहा। मास्टर द्वारा विद्यालय बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का स्थान माना जाता है और शिक्षक बुरे काम को छोड़ अच्छा काम करने के लिए अच्छी ज्ञान सीखते हैं। पर यह बुनियादी विद्यालय के हेड मास्टर सरजू साव शिक्षक शब्द को कलंकित कर यह बच्चों को चोरी करने के लिए सीखा रहे हैं। और करवा रहे हैं। बता दें कि यह मास्टर पिछले 20 सालों से लगातार इसी विद्यालय में कार्यरत है। आए दिन मध्यान्ह भोजन में भी अनियमिता का शिकायत बच्चों के अभिभावक से मिलते रही है ।अभिभावक द्वारा नियमित रूप से मेन्यू के अनुसार मध्यान्त भोजन चलाने के लिए कही जाती है पर इनको कोई फर्क नहीं पड़ता। यह अपना मध्यान भोजन अपने हिसाब से मनमौजी चलाते हैं। जब मनचाहा फल दिए अंडा दिए मन नहीं किया तो नहीं दिए । अभिभावक ने यह भी बतलाया कि सोमवार को कुछ बच्चों को फल दिया कुछ बच्चों को नहीं दिया गया। बच्चे अपने हिस्से का फल नहीं मिलने से मायूस होकर टुकुर-टुकुर ताकते रह गए और मांगते भी रह गए। पर नहीं दिया गया । ऐसी शिकायतें निरंतर अभिभावक से मिलते रहती है।शिक्षण संस्थान में ऐसी शिक्षा देने वाले शिक्षकों का नहीं होना ही अच्छा है ताकि बच्चों का उज्जवल भविष्य सुनहरा रहे न कि अंधकार में।
*क्या कहा पंचायत के मुखिया नरेश लोहरा ने*
- इस मामले में पंचायत के मुखिया नरेश लोहरा ने कहा कि विद्यालय में विधि व्यवस्था पर मिली शिकायत पर नियमित आता जाता रहा हूं ताकि शैक्षणिक व्यवस्था दुरुस्त रहे व बच्चों को नियमित मध्यांत भोजन मिलता रहे । मास्टर स्कूली नाबालिक बच्चों से सरिया ढुलाई करवा रहा है यह बिल्कुल गलत है। संबंधित विभाग से जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गई है।